दिनभर की गहमागहमी के बीच आखिरकार पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के 11वीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ही ली। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले पुष्कर सिंह धामी भाजपा के पूर्व और वरिष्ठ मुख्यमंत्री से मिले जिनमें भुवन चंद खंडूरी,त्रिवेंद्र सिंह रावत और त्रिवेंद्र सिंह रावत जैसे बड़े नाम शामिल थे।
हालांकि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले रविवार की दोपहर तक मीडिया के गलियारों से खबर आई की पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेता और विधायक नाखुश हैं। जिनमें सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत का नाम सामने आया था। वहीं खबरें तो यह भी आ रही थी कि इन दोनों को मिलाकर कुल 35 विधायक धामी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से नाखुश हैं और वह इस्तीफा देने के लिए भी तैयार हैं ।
दूसरी और यह माहौल भी गर्म रहा कि कई विधायक हरीश रावत के संपर्क में है और उनके साथ बातचीत कर रहे हैं। लेकिन शाम होते-होते सब ऑल इज वेल नजर आने लगा और आखिरकार पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। उनके साथ उनके कैबिनेट में सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, धन सिंह रावत, गणेश जोशी, बिशन सिंह चुफाल, यशपाल आर्य, अरविंद पांडे, रेखा आर्य और स्वामी यतिस्वरानंद ने भी शपथ ली
अब देखना यह होगा कि शपथ ग्रहण तो हो गया लेकिन अगर वाकई भाजपा के विधायक ना खुश हैं तो किस तरह से पुष्कर सिंह धामी और भाजपा आलाकमान उन्हें खुश करता है।