एक बड़ी और दुखद खबर उत्तराखंड के संगीत जगत से आ रही है जहां पर प्रसिद्ध बामणी फेम गायक व अपने शानदार अभिनय के लिए मशहूर नवीन सेमवाल अब हमारे बीच नहीं रहे। मंगलवार की सुबह अचानक उनकी मौत की खबर ने सभी को चौंका दिया।
शुरुआती जानकारी के अनुसार नवीन सेमवाल पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे और मंगलवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। जैसे ही उनकी मौत की खबर उनके चाहने वालों व उत्तराखंड के संगीत जगत से जुड़े हुए लोगों तक पहुंची तो सभी की आंखें नम हो गई।
इतने शानदार व उम्दा कलाकार का यूं अचानक चले जाना उत्तराखंड के संगीत इंडस्ट्री के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। आपको बता दें कि नवीन सेमवाल रुद्रप्रयाग जिले के रहने वाले थे और उनकी उम्र अभी मात्र 44 साल की थी। नवीन सेमवाल गायक, गीतकार होने के साथ-साथ एक मंझे हुए रंगकर्मी भी थे और उन्होंने कई गढ़वाली नाटकों,फिल्मों व गीतों में अभिनय किया था।
इससे पहले भी जून के इसी महीने में युवा संगीतकार व गायक गुंजन डंगवाल का एक सड़क हादसे में निधन हो गया था और अब उत्तराखंड के संगीत जगत से जुड़े एक और प्रसिद्ध कलाकार का यूं अचानक चले जाना उत्तराखंड के इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा सदमा है।
नवीन सेमवाल ने मेरी बामणी, बामणी 2, संजू का बाबा, ऐंसों का चुनों, हे मेरे लाडी, पांगरी का मेला, चल फर्जी, गंगाराम समेत कई गानों में अभिनय व अपनी आवाज का जादू बिखेरा और मंगलवार सुबह यह आवाज अचानक हमेशा हमेशा के लिए शांत हो गई।
हमारी ओर से इस शानदार रंगकर्मी, गीतकार व गायक को विनम्र श्रद्धांजलि