बरेली। बरेली के सिरौली क्षेत्र में पुलिसवालों से दोस्ती करके फर्जी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स बनाकर तीन शातिरों ने एसओजी की तर्ज पर काम शुरू कर दिया। लोगों से वसूली करने लगे। जमानत पर छूटकर आए तस्करी के एक आरोपी को अज्ञात स्थान पर बंधक बनाकर उसके परिवार पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी तो पुलिस ने जाल बिछाकर तीनों को दबोच लिया।
सिरौली थाना क्षेत्र के गांव शिवपुरी निवासी पुष्पेंद्र कुछ दिन पहले ही जेल से जमानत पर छूटा है। उसके खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी के आरोप हैं। योजना के तहत आरोपी जतिन चौहान ने अपने साथी फतेहगंज के वार्ड आठ निवासी राजा उर्फ कुलदीप और सतुईया खास के शिवकुमार के साथ पुष्पेंद्र को अज्ञात स्थान पर बुलाने के बाद बंधक बना लिया। इसके बाद उसके परिवार वालों से पांच लाख रुपये की मांग की।
पुष्पेंद्र के बेटे अंकित से 10 हजार रुपये तत्काल ऑनलाइन ट्रांसफर करने के लिए कहा। शक होने पर अंकित ने सिरौली थाने में तहरीर दे दी। इसके बाद पुलिस ने आंवला-शाहबाद रोड के गांव दस्तमपुर के पास से तीनों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद हुआ। इंस्पेक्टर रवि कुमार ने बताया कि जांच की जा रही है। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
थाना फतेहगंज पश्चिमी के कस्बा भिटौरा के वार्ड नंबर छह निवासी जतिन चौहान की कई पुलिस वालों से दोस्ती है। हाल ही में फतेहगंज पश्चिमी थाने का चार्ज संभालने वाले थानाध्यक्ष राजेश बाबू मिश्रा का भी उसने अपने दोस्तों के साथ स्वागत किया था। इससे पहले कस्बा चौकी इंचार्ज रहे राजेश रावत से भी जतिन की गहरी दोस्ती थी। वह पुलिस कर्मियों के साथ फोटो अक्सर सोशल मीडिया पर पोस्ट करता। पिछले दिनों पुलिस कर्मियों के साथ बर्थडे पार्टी भी मनाई और फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए।