मुरादाबाद। मुरादाबाद बिलारी के सहसपुर निवासी सोनू की हत्या आईटीआई छात्रा मेहनाज ने अपने भाई सद्दाम और उसके दोस्त रिजवान के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने बृहस्पतिवार को छात्रा, उसके भाई और भाई के दोस्त को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस का दावा है कि सोनू ने छात्रा के फोटो खींच लिए थे और वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहा था। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने मृतक सोनू का सिर बरामद कर लिया।

एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि बिलारी के सहसपुर निवासी सोनू नौ सितंबर की शाम एक फोन आने पर अपने घर से चला गया था। वापस न आने पर परिजन उसकी तलाश में जुट गए थे। पिता साबिर ने 11 सितंबर की सुबह बिलारी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि रामपुर के सैफनी क्षेत्र के जंगल में एक युवक का सिर कटा शव मिला है।

बिलारी पुलिस और सोनू के परिजन भी मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने मृतक की पहचान सोनू के रूप में की। सोनू के पिता साबिर ने रामपुर के सैफनी के मोहल्ला मझरा निवासी मेहनाज और उसके भाई सद्दाम पर हत्या का शक जताया था। साबिर ने पुलिस को बताया कि उसके बेटे से मेहनाज के प्रेम संबंध थे। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

आरोपी सद्दाम ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसकी बहन मेहनाज बिलारी के थांवला गांव स्थित कॉलेज से आइटीआई कर रही है। वहां सोनू से मेहनाज की जान पहचान हो गई थी। सोनू की ननिहाल उसके पड़ाेस में है। एक बार सोनू ने मोबाइल से उसकी बहन को पास में बैठा कर फोटो खींच लिए थे। इन फोटो को वायरल करने की धमकी देकर सोनू उसे ब्लैकमेल कर रहा था। इससे परेशान होकर भाई-बहन ने सोनू की हत्या की साजिश रची। इस हत्याकांड में सद्दाम ने अपने एक साथी रिजवान को भी शामिल कर लिया था। पुलिस ने बृहस्पतिवार शाम तीनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।

सद्दाम ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन ने नौ सितंबर की शाम सात बजे सोनू को कॉल कर रामपुर जनपद में बैरूआ पुल के पास बुला लिया। वहां कुछ ही दूर पर सद्दाम और उसका दोस्त रिजवान छिप गए थे। सोनू के पहुंचते ही मेहनाज पुल के पास से कच्चे रास्ते से होते हुए उसे गन्ने के खेत में ले गई। पीछे से सद्दाम और रिजवान भी पहुंच गए। तीनों ने मिलकर सोनू को पकड़ लिया। उसके हाथ पैर बांध दिए।

रिजवान और मेहनाज ने सोनू के पैरों को दबा लिया और सद्दाम ने छुरी से सोनू का गला काट दिया। मृतक की पहचान न हो। इसलिए उसके कपड़ों को उतार कर उसे निर्वस्त्र कर दिया। उसके कपड़े चप्पल और मोबाइल को आरोपी लेकर कर चले गए। बाइक भी दूर खड़ी कर दी थी। सोनू के सिर और छुरी को प्लास्टिक के थैले में रखकर दो किमी दूर सैफनी के डंपिंग ग्राउंड में डाल दिया था। सोनू के कपड़ों को पेट्रोल से जला दिया था।

सहसपुर निवासी सोनू हत्याकांड का मुख्य हत्यारोपी सद्दाम नगर पंचायत सैफनी में संविदाकर्मी है और ट्रैक्टर चलाता है। दूसरा हत्यारोपी रिजवान कपड़ों की फेरी लगाता है। सद्दाम और रिजवान दोनों पड़ोसी होने के अलावा आपस में दोस्त भी हैं। इसी वजह से सद्दाम ने अपनी बहन के अपमान का बदला लेने के लिए सोनू की हत्या करने में रिजवान का साथ लिया।

सहसपुर के ग्रामीणों ने बिलारी के सपा विधायक हाजी फहीम इरफान से मिलकर सोनू के हत्यारों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। बृहस्पतिवार दोपहर बिलारी विधायक सोनू के दफन में शामिल होने के लिए सहसपुर गांव पहुंचे थे। सपा विधायक ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह उन्हें हर तरह से न्याय दिलाएंगे और पूरे घटनाक्रम से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी अवगत कराएंगे।

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