आगरा। आगरा के ट्रांस यमुना पुलिस की लापरवाही से एक किशोरी का 18 दिन में दो बार अपहरण कर लिया गया। परिजन का आरोप है कि पुलिस ने पहली बार बेटी को बरामद करने के साथ आरोपी को भी पकड़ा। किशोरी के कोर्ट में बयान नहीं कराए। आरोपी को भी छोड़ दिया। ट्रांस यमुना क्षेत्र की महिला ने 29 अक्तूबर को 16 वर्षीय बेटी के अपहरण और आपराधिक साजिश के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। कृष्णा बाग, टेढ़ी बगिया निवासी फरमान और मुवीना को नामजद किया।
महिला का आरोप है कि बेटी 26 अक्तूबर को घर से निकली थी। इसके बाद लापता हो गई। 5 नवंबर को पुलिस ने बेटी बरामद कर लिया और साथ में फरमान भी पकड़ा गया। पुलिस ने बेटी उनके सुपुर्द कर दी लेकिन आरोपी को छोड़ दिया। थाने से छूटने के बाद आरोपी ने बेटी के अपहरण की धमकी दी। बुधवार को वह किशोरी को दोबारा ले गया। इस दाैरान किशोरी के भाई की बाइक भी अपने साथ लेकर चला गया।
थाने पर शिकायत करने पर पुलिस उन्हें ही बेटी की देखभाल करने की नसीहत दे रही है। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि किशोरी ने पुलिस को दिए बयान में स्वयं जाने की बात कही थी। अब फिर से घर से जाने की बात सामने आई है। दोनों की तलाश के लिए टीम को लगाया गया है।
यह उठ रहे सवाल
- पुलिस ने किशोरी के कोर्ट में बयान क्यों नहीं कराए?
- आरोपी पकड़ा गया तो उसे जेल क्यों नहीं भेजा?
- परिजन को धमकी मिल रही थी, फिर कार्रवाई क्यों नहीं की?