लखनऊ। राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से जिस बच्चे की अगवा कर हत्या की गई थी, उसके साथ कुकर्म हुआ था। आरोपी लखीमपुर निवासी इब्राहिम ने पूछताछ में यह कबूल किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर चोट लगने से मासूम की मौत होने और कुकर्म की पुष्टि हुई है। जीआरपी इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह के मुताबिक आरोपी ने घटना कबूल की है। आरोपी को जेल भेज दिया गया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह काफी समय से स्टेशन पर मौजूद था। महिला को देखकर वह उसके पास चला गया। बातचीत कर भरोसे में लिया। थोड़ी देर बाद महिला अपना बैग और बच्चे को उसके पास छोड़कर शौचालय चली गई।
आरोपी के पास तब भी मौका था कि वह बच्चे को अगवा कर ले जाए, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। महिला का भरोसा जीतने के लिए वह बच्चे के साथ खेलता रहा। महिला के लौटने पर वह खाने के लिए चावल लेकर आया। इन्कार करने पर वह दबाव बनाने लगा। महिला ने थोड़ा सा चावल लेकर खा लिया। इसके थोड़ी देर बाद उनकी आंख लग गई। महिला के सोते ही इब्राहिम बच्चे को कंधे पर बैठाकर वहां से निकल गया था। आरोपी ने बताया कि प्लेटफॉर्म नंबर एक से बच्चे को अगवा कर अंडरपास से प्लेटफॉर्म नंबर दो पर गया था। इसके बाद फुटओवरब्रिज से सेकंड एंट्री पहुंचा। वहां से उतरकर अंतिम छोर पर कंडम ट्रेन के कोच के भीतर बच्चे को ले गया और कुकर्म किया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका इरादा मासूम को मारने का नहीं था। पूछताछ में आरोपी अजीब ढंग से बात कर रहा था। इंस्पेक्टर जीआरपी ने बताया कि इब्राहिम साइको है। उसका आपराधिक इतिहास खंगाला गया है। हालांकि, उसपर कोई मुकदमा दर्ज होने की पुष्टि नहीं हुई है। आरोपी मजदूरी करता था। वारदात के बाद वह अपने ठिकाने पर चला गया था। आरोपी की एक जैकेट भी मासूम के शव के पास से बरामद की गई है। महिला ने रविवार देर रात बच्चे के गायब होने की सूचना दी थी। जानकारी पाकर जीआरपी ने अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू की। सीसीटीवी कैमरे में आरोपी कैद मिला। इसके बाद कैमरे की मदद से पुलिस ने शव बरामद किया।
शव के पास मिले आरोपी के जैकेट में एक पर्ची थी, जिसमें मोबाइल नंबर लिखा था। मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस एक युवक के पास पहुंची और उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस ने युवक को फुटेज दिखाई तो उसने आरोपी की पहचान इब्राहिम के रूप में की। पूछताछ में युवक ने बताया कि आरोपी अमौसी में नमाज पढ़ने आता था, तभी उससे मुलाकात हुई थी। आरोपी के मांगने पर उसने खाना भी खिलाया था। इसके बाद अक्सर नमाज के दौरान मुलाकात होती थी। आरोपी ने काम मांगा था, जिसपर उसने पर्ची पर अपना फोन नंबर लिखकर दे दिया था। युवक ने बताया कि आरोपी चारबाग स्टेशन पर मजार के पास रहता है। पुलिस टीम मजार के पास पहुंची और इब्राहिम को दबोच लिया।
घटना की जानकारी मिलने पर महिला के मायके वाले लखनऊ नहीं आए। महिला ने बताया था कि वह अपने मायके प्रतापगढ़ जा रही थी। महिला की पहली शादी सुल्तानपुर में हुई थी, जिससे एक बच्चा था। वह पति से अलग रह रही थी और राजस्थान निवासी युवक से दूसरी शादी कर ली थी। महिला ने दूसरे पति को घटना के बारे में बताया। हालांकि, मंगलवार शाम तक उनके दूसरे पति भी लखनऊ नहीं पहुंच सके थे। जीआरपी ने मंगलवार को महिला का बयान दर्ज किया।