उत्तराखंड। चारों धामों सहित ऊंची चोटियों पर बुधवार देर रात से बृहस्पतिवार शाम तक बर्फबारी जारी रही। वहीं, निचले इलाकों में बारिश हो रही है। बदरीनाथ, मलारी हाईवे बंद पड़ा है। बदरीनाथ धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, रुद्रनाथ, औली, गोरसों के साथ ही नीती और माणा घाटी में बर्फबारी हुई।

औली की सड़क पर टीवी टावर से आगे बर्फ और पाला गिरने से छोटे वाहनों की आवाजाही बंद रही। हर्षिल घाटी और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से गंगोत्री हाईवे सुक्की से गंगोत्री तक आठ घंटे बंद रहा। हालांकि हर्षिल से आगे गंगोत्री धाम तक आवाजाही बंद है। बर्फबारी की वजह से गंगनानी से गंगोत्री धाम तक बिजली गुल रही। केदारनाथ धाम में भी जमकर बर्फबारी हुई है। धाम में दो फीट तक बर्फ जम गई है।

कालापानी का तापमान माइनस 30 डिग्री पहुंच गया है। जिससे नदी का पानी जम गया है। नदी के उद्गम स्थल से गुंजी तक तीन किमी दायरे में रुका नदी का जलप्रवाह। वहीं, कुमाऊं के अन्य पहाड़ी जिलों में भी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित रहा।

हरिद्वार। लगातार तीन दिन हुई बारिश के चलते फसलों को काफी लाभ मिला है। जिससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं। जहां पाला पड़ा था, वहां की फसलें अब खाद और पर्याप्त पानी मिलते ही लहलहा उठेंगी। वहीं, कई अन्य तरह की बीमारी भी फसल से धुल गई है। तिलहन और दलहर के साथ ही गेहूं, मटर, चना और विशेष तौर पर सब्जी व आलू की फसल को काफी लाभ मिला है।

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