यह तो हम सभी जानते हैं कि भारत के गांव से लेकर शहरों तक आजकल जो एक नाम गूंज रहा है वह नाम है सोनू सूद का,जी हां और गूंजे भी क्यों ना क्योंकि उन्होंने काम ही ऐसा किया है आमतौर पर हिंदी फिल्मों में एक विलेन का किरदार निभाने वाले सोनू सूद असल जिंदगी में लोगों के लिए एक भगवान और एक सबसे बड़े रियल हीरो के रूप में उभर कर सामने आए हैं। सोनू सूद ने पिछले एक-डेढ़ महीने में लगभग हजारों लाखों अस्थाई या प्रवासियों को उनके गांव तक पहुंचाया है और आज यह मुहिम इस कदर से छा गई है कि लोगों को सिर्फ अपनी मुसीबत का एक ही सेलूशन दिखता है और उसका नाम है सोनू सूद।
आज जो भी मजदूर देश के जिस कोने में भी फँसा हो और उसे अपने घर जाना हो तो उसे सिर्फ और सिर्फ एक ही आस दिखाई देती है और उस आस का नाम है सोनू सूद और वह सीधे सोनू सूद से संपर्क साध सकता है। सोनू सूद ने पिछले डेढ़ महीने के अंदर लाखों प्रवासीयों को मुंबई से बस,ट्रेन औरफ्लाइट के जरिए उनके मूल स्थानों तक पहुंचाया है पहले तो सोनू सूद और उनकी टीम ने बस के जरिए ही मुंबई में फंसे लाखों मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाया और उसके बाद अब यह सफर ट्रेन और फ्लाइट से भी शुरू हो गया। इसी सिलसिले में कल सोनू सूद ने मुंबई में फंसे उत्तराखंड वासियों के एक दल को फ्लाइट के जरिए मुंबई से देहरादून के लिए भेजा। जिसमें बुजुर्ग महिलाएं,बच्चे,गर्भवती महिलाएं और कुछ युवा शामिल थे और यहां तक कि सोनू सूद और उनकी टीम इन उत्तराखंडी प्रवासियों को छोड़ने के लिए खुद ही एयरपोर्ट तक आए थे। जिसके बाद सोनू सूद के लिए उत्तराखंड वासियों के दिल में प्यार का सैलाब उमड़ पड़ा और सोशल मीडिया पर चारों ओर उनकी तारीफ होने लगी और सब उनका शुक्रिया अदा करने लगे.
आज सोनू सूद के इस कार्य को देखते हुए और उनकी इस पहल को सलाम करते हुए खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंदर सिंह रावत ने भी उनकी तारीफ की और उनका आभार व्यक्त किया,साथ ही सोनू सूद को फोन कर उत्तराखंड आने का निमंत्रण भी दे दिया जिसके जवाब में सोनू सूद ने ट्विटर पर रिप्लाई दिया है कि वह जल्द ही अपने नए परिवार यानी कि उत्तराखंड वासियों से मिलने आएंगे और बाबा बद्री-केदार के दर्शन करने भी जरूर आएंगे तो तब वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी जरूर मुलाकात करेंगे।
इससे पहले आज सुबह एक ट्वीट कर उत्तराखंड वासियों को घर भेजते समय का वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा था कि “चलो अब उत्तराखंड में भी कांडाली का साग, गहत की दाल के पराँठे पक्के हुए,जल्दी ही मिलते है मेरे उत्तराखंड के नए परिवार से। “
सोनू सूद की इन बातों से आप समझ सकते हैं कि वह किस तरह से इस समय लोगों की भावनाओं के साथ जुड़े हुए हैं और किस तरह से लोगों के लिए जमीन पर जुड़ कर काम कर रहे हैं और एक मसीहा के रूप में उभर कर आए हैं।
सोनू सूद के इस नेक कार्य को देखते हुए आज हर जगह लोग बस यही कह रहे हैं कि इस मुसीबत के समय में अगर उन्होंने कहीं भगवान देखा है तो वह सोनू सूद के रूप में देखा है उनके इस नेक कार्य को हमारा भी दिल से सलाम।