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जितियां व्रत के दिन हादसा, नदी-पोखर में डूबने से परिवार के पांच किशोर समेत आठ की मौत

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संतानों के दीर्घायु होने की कामना से किए जाने वाले जीवितपुत्रिका (जिउतियां) व्रत के दिन बुधवार को दो अलग-अलग बड़े हादसे में 8 युवक युवतियों की डूबने से मौत हो गई। सभी मौतें नदी और पोखर में डूबने से हुई है। घटना औरंगाबाद के मदनपुर प्रखंड के कुशहा और बारुण के ईटहट की है। मृतकों में एक ही परिवार के पांच किशोर हैं, जिनमें दो सगी बहनें और तीन सगी बहनें शामिल है। मृतकों में कुशहा गांव निवासी उपेन्द्र यादव के पुत्र अंकज कुमार (8), वीरेंद्र यादव की पुत्री सोनाली कुमारी (13), युगल यादव की पुत्री नीलम कुमारी (12) और सरोज यादव की पुत्री राखी कुमारी उर्फ काजल कुमारी (12) शामिल है।

घटना के संबंध में लोगों का कहना है कि मदनपुर थाना क्षेत्र के कुशहा गांव में बच्चे अपनी माताओं के साथ तालाब में स्नान करने गए थे। इसी दौरान गहरे पानी में चले जाने से वे डूबने लगे। उन्हें डूबते देख घाट पर स्नान कर रहे लोगों में कुछ लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश करने लगे। काफी कोशिश के बाद उन्हें किसी तरह बाहर निकाल कर मदनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया। इसके बाद सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने उन चारों को जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद मदनपुर थाना की पुलिस मृतकों का पोस्टमार्टम कराने में जुटी है। यह घटना बुधवार को शाम पांच बजे की है।

घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि कुशहा गांव के पूरब दिशा में आहर करीब आधा किलोमीटर दूर है। आहर की जेसीबी से पिछले माह उड़ाही हुई थी, जिससे आहर काफी गहरा हो गया था और उसमें काफी पानी भरा हुआ था। जिउतिया के मौके पर कुछ महिलाएं नहाने के लिए गई थी। उनके साथ उनके बच्चे भी नहाने गए थे। नहाने के दौरान पहले एक बच्चा डूबने लगा, जिसे देखकर बचाने के लिए दूसरा बच्चा आहर में कूद गया, लेकिन वह भी उसके साथ डूबने लगा। इसे देख आसपास के लोग शोर मचाने लगे। शोरगुल सुनकर गांव के कुछ लोग आहर में कूद पड़े और किसी तरह उन बच्चों को गहरे पानी से बाहर निकाला। आननफानन में सभी को इलाज के लिए मदनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गये, जहां डॉक्टरो ने उनको बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया। औरंगाबाद सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद अंकज कुमार, सोनाली कुमारी, नीलम कुमारी और राखी कुमारी उर्फ काजल कुमारी को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद गांव में चीख पुकार मच गई। पिछले साल भी इसी तरह पिरवां के सोनारचक में गड्ढ़े में भरे पानी में नहाने के दौरान एक ही समुदाय के चार बच्चों की मौत हुई थी।

बारूण प्रखंड के ईटहट में माताओं के साथ पोखर में जिउतियां का स्नान करने गई दो-दो सगी बहनों की मौत डूबने से मौत हो गई। हालांकि स्थानीय लोगों ने डूबती हुई एक एक बच्ची को बचा लिया। फिलहाल उसका इलाज किया जा रहा है। मृतकों में ईटहट निवासी संतन सिंह की पुत्री अंकु कुमारी (15), निशा कुमारी (12), गुड्डू सिंह की पुत्री चुलबुल कुमारी (13) और निरंजन सिंह की पुत्री लाजो कुमारी (15) शामिल है। वहीं गांव के ही धीरेंद्र सिंह की पुत्री राशि कुमारी (18) का ईलाज अस्पताल में चल रहा है। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने औरंगाबाद जिला अन्तर्गत मदनपुर प्रखण्ड के कुशहा गांव में चार बच्चों तथा बारूण प्रखण्ड के इटहट गांव में तीन बच्चों की नहाने के दौरान डूबने से हुई मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्घटना काफी दुःखद है और वे इस घटना से मर्माहत हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रूपये की अनुग्रह राशि अविलम्ब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

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