सोनभद्र। सोनभद्र जिले के घोरावल कोतवाली क्षेत्र के विसुंधरी गांव में शिक्षकों की लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। कक्षा-दो की छात्रा को स्कूल में ही बंद कर शिक्षक घर चले गए। छुट्टी होने के काफी देर बाद भी जब छात्रा घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने उसकी खोजबीन की। स्कूल के पास गए तो वहां अंदर से छात्रा के रोने की आवाज सुनाई दी। गेट का ताला तोड़कर छात्रा को बाहर निकाला गया। बीईओ ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए जांच कर कार्रवाई की बात कही है।

गांव निवासी जन्मेजय यादव की पुत्री साधना (11) कंपोजिट विद्यालय विसुंधरी में कक्षा 2 की छात्रा है। रोज की तरह वह सुबह पढ़ने के लिए विद्यालय पहुंची और कक्षा में रहकर विद्यालय के बंद होने तक वहीं मौजूद रही। बताते हैं कि इसी दौरान छात्रा को नींद आ गई। वह कमरे में ही साेती रह गई। छुट्टी होने के बाद सभी बच्चे घर चले गए। शिक्षक भी कमरे व गेट पर ताला लगाकर घर चले गए।

विद्यालय की छुट्टी होने के बाद जब साधना घर नहीं पहुंची तो परिजन पहले किसी सहेली के साथ जाने की बात सोचते रहे, मगर काफी समय बीता तो उनकी चिंता बढ़ गई। उसे ढूंढते हुए विद्यालय की ओर गए तो वहां अंदर से किसी बच्ची के रोने बिलखने और चिल्लाने की आवाज आ रही थी। कुछ ही देर में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।

ग्रामीणों ने पहले मेन गेट का ताला तोड़ा। फिर अंदर जाकर कक्षा 2 के कमरे पर लगा ताला तोड़कर छात्रा को बाहर निकाला। करीब डेढ़ घंटे तक बच्ची अकेले दहशत में रही। घटना के बाद से परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश है। खंड शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। इसमें विद्यालय के स्टाफ की लापरवाही रही है। मामले की जांच करा कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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