लंबे समय से खोजबीन की पहेली बने हुए भारतीय सेना के जवान राजेंद्र सिंह नेगी का शव आखिरकार मिल गया है। आपको बता दें कि 11 वीं गढ़वाल राइफ़ल के जवान राजेंद्र सिंह नेगी इसी साल 8 जनवरी को उत्तरी कश्मीर के बारामुला के गुलमर्ग इलाके में गश्त लगाते समय हिमस्खलन की चपेट में आकर लापता हो गये थे। उसके बाद से ही कयास लगाये जा रहे थे कि वह पाकिस्तानी सेना की गिरफ्त में हो सकते हैं,लेकिन इस पर पाकिस्तान की सेना की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया नही की गई। उसके बाद भी भारतीय सेना ने उनकी खोज कई दिनों तक जारी रखी। लेकिन कई खोज ऑपरेशन के बाद भी जब उनका पता नहीं लग पाया तो जून के महीने में भारतीय सेना ने उन्हें युद्ध का शहीद घोषित कर उनके परिवार को सूचित कर दिया था। लेकिन उनकी पत्नी और उनके परिवार ने उन्हें शहीद मनाने से इनकार कर दिया था। लेकिन अब लगभग 8 महीने बाद उनका शव मिलने से उनके लापता होने के रहस्य से भी पर्दा उठा गया है।

आपको बता दें कि 11वीं गढ़वाल राइफल के जवान राजेंद्र सिंह नेंगी मूल रूप से उत्तराखंड के आदिबद्री इलाके के रहने वाले थे और वह वर्तमान में अपने परिवार के साथ देहरादून के अम्बिवाला सैनिक कॉलोनी में रहते थे। शहीद हवलदार राजेन्द्र सिंह नेगी की दो बेटियां ओर एक बेटा भी है जो कि देहरादून के के वी आई एम ए में पढ़ते हैं। ओर वह सन 2002 में 11वीं गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे। लापता होने से पहले हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी पिछले साल अक्टूबर के महीने में अपनी छुटियाँ बिताने के लिए देहरादून आये थे। जिसके बाद वह नवम्बर में वापिस लोटे थे और जनवरी में गुलमर्ग के बर्फीले इलाके में लापता हो गए थे।

शहीद हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी की पत्नी राजेश्वरी ने उनके लापता होने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री के अलावा थल सेना प्रमुख को पत्र लिखकर पाकिस्तान से संपर्क करने की मांग भी की थी। लेकिन अब उन के शव मिलने से उनके शहीद होने की औपचारिक पुष्टि हो गयी है।

बारामूला पुलिस के द्वारा जारी बयान के मुताबिक कुछ स्थानीय लोगों से उन्हें एक शव के मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी।  जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को बर्फ से बाहर निकाला और जांच के बाद उस शव की पहचान गुमशुदा हुए भारतीय जवान राजेंद्र सिंह नेगी के तौर पर हुई है। बारामूला पुलिस मुताबिक उत्तरी कश्मीर में तापमान बढ़ने लगा है ओर निचले क्षेत्रों में बर्फ पिघलना शुरू हो गई है। इसीलिए बर्फ ने काफी नीचे दबा जवान का शव भी ऊपर आ गया। उन्होंने कहा कि जवान के पार्थिव शरीर को पुलिस ने बारामुला के स्थानीय अस्तपाल के शवगृह में रखा है। सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जवान के पार्थिव शरीर को जल्द ही बटालियन के हवाले कर दिया जाएगा। जिसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद राजेंद्र सिंह नेगी का पार्थिव शरीर उनके परिजनों को सौंप दिया जायेगा।

शहीद हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी को पूरी न्यूज़ उत्तराखंड की टीम से भवपूर्ण श्रदांजलि। साथ ही हम प्रार्थना करते हैं कि भगवान इस मुश्किल घड़ी में उनके परिवार को इस दुःख को सहने की हिम्मत दे।

जय हिंद…..💐💐💐💐💐

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