कन्नौज। कन्नौज जिले में छोटे बेटे के इलाज के लिए खेत बेचने की बात कहने से नाराज बड़ा बेटा पिता को घर से ले गया और ईंट से कूंचकर उनकी हत्या कर दी। शव को मक्का के खेत में फेंककर बेटा और बहू फरार हो गए। मंगलवार दोपहर ग्रामीणों ने खेत में खून से लथपथ शव पड़ा देखा, तो परिजनों को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की। पुलिस ने बड़े बेटे और बहू के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है, आरोपियों की तलाश कर रही है। तिर्वा क्षेत्र के ग्राम बेहरिन निवासी रामशंकर कुशवाहा (65) कंपोजिट विद्यालय में रसोइया थे।

परिजनों ने बताया कि रामशंकर के तीन बेटे और चार बेटियां हैं और सभी की शादी हो चुकी है। बड़ा बेटा धर्मवीर गांव में ही अलग मकान में रहता है। रामशंकर छोटे बेटे राजवीर व गोविंद के परिवार के साथ रहते थे। छोटा बेटा राजवीर बीमार चल रहा है। 23 सितंबर को राजवीर की तबीयत खराब होने पर कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहीं उसका इलाज चल रहा। बीमार बेटे के इलाज के लिए रामशंकर ने एक बीघा जमीन बेचने की बात कही थी। इस बात को लेकर बड़े बेटे धर्मवीर के साथ कहासुनी हुई थी।

रविवार शाम रामशंकर अचानक लापता हो गए। मंगलवार को रामशंकर की बड़ी बेटी गीता घर आई और दो दिनों से पिता के घर न आने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने आसपास लोगों से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान जानकारी हुई कि रविवार शाम को धर्मवीर बाइक से पिता रामशंकर को अपने साथ ले गया था। पुलिस धर्मवीर के घर पहुंची, तो वहां पर ताला लगा था। पुलिस ने ताला तोड़कर घर की छानबीन की पर कोई जानकारी नहीं मिली। मंगलवार दोपहर गांव के बाहर मक्का के खेत में ग्रामीणों ने खून से लथपथ रामशंकर का शव पड़ा देखा। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए। राजवीर की पत्नी ओमश्री की तहरीर पर पुलिस ने धर्मवीर और उसकी पत्नी मीरा पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। कोतवाल जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि हत्यारोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही दोनों को गिरफ्तार किया जाएगा।

एक बीघा जमीन बेचने की बात पर बेटे ने अपने ही खेत के ट्यूबवेल के पास ईंट से कूचकर पिता की हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वृद्ध की आंखों से भी खून निकल रहा था। ऐसा लग रहा है कि वृद्ध के सिर पर ईंट से हमला किया गया और आंखें भी फोड़ दी गईं। तिर्वा के बेहरिन गांव निवासी रामचंद्र खेतीबाड़ी करते थे। परिजनों ने बताया कि रामचंद्र के पास 26 बीघा जमीन थी। सबसे छोटा बेटा गोविंद उर्फ पंकज मानसिक मंदित है।

इस कारण उसकी पत्नी छोड़कर चली गई। गोविंद का इलाज चल रहा है। इसी बीच राजवीर की भी तबीयत खराब हो गई। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण रामचंद्र अपना एक बीघा खेत बेचना चाहते थे। खेत बिकने की जानकारी होते ही बड़ा बेटा धर्मवीर नाराज हो गया और रविवार को पिता रामचंद्र को अपने साथ बाइक पर बैठाकर ले गया। खेत में लगे ट्यूबवेल के पास लेकर जाकर उनकी हत्या कर दी और शव को मक्का की फसल के बीच में फेंक कर पत्नी को लेकर फरार हो गया।

रामचंद्र के घर से एक किलोमीटर दूर खेत हैं, जिसमें ट्यूबवेल लगा हुआ है और मक्का की फसल खड़ी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि ट्यूबवेल के कमरे में धर्मवीर ने पिता की हत्या की और इसके बाद मक्का की फसल के बीच में शव को फेंक दिया। घर से एक किलोमीटर दूर शव पड़ा रहा, लेकिन किसी को इसकी खबर तक नहीं लगी। राजवीर की पत्नी ओमश्री ने बताया कि जेठ धर्मवीर का अंत्योदय और आयुष्मान कार्ड बना हुआ था, लेकिन ससुर, पति और परिवार के अन्य सदस्यों के आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं।

अगर आयुष्मान कार्ड बना होता तो पति राजवीर का इलाज उसी से आसानी से हो जाता और ससुर खेत बेचने के लिए कभी नहीं सोचते। न ही उनकी हत्या होती। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर जांच की। टीम ने खेत की मिट्टी और खून के सैंपल के साक्ष्य जुटाए। पुलिस टीम ने भी जांच-पड़ताल करते हुए ग्रामीणों से पूछताछ की। कोतवाल ने बताया कि जल्द ही हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।


आरोपियों की तलाश में पुलिस की दो टीमों को लगाया गया है। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। बेटा और बहू के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। -डॉ. प्रियंका बाजपेयी, सीओ, तिर्वा

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