रुद्रप्रयाग के पास तिराहे पर अचानक एक ट्रक खराब हो जाने की वजह से सड़क के दोनों और लंबा जाम लग गया। जिससे चमोली की एक प्रसव पीड़ित महिला भी अचानक इस जाम में फँस गई, जिसको की काफी तेज लेबर पेन हो रहा था और परिवार वाले उसे अस्पताल ले जा रहे थे। दोनों और लंबा जाम देखकर परिवार वाले घबरा गए।
लेकिन बाद में महिला के परिजनों ने जब यह बात वहां यातायात व्यवस्था को सुचारू कर रहे पुलिसकर्मियों को बताई तो फौरन वहां उपस्थित पुलिसकर्मी उनके पास पहुंचे और महिला को देखभाल के साथ उन्हीं के कंबल के सहारे उठाकर कोतावाली रुद्रप्रयाग के सरकारी वाहन तक ले गए और उसके बाद उसके परिजनों और महिला को जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग पहुंचाया गया।
गरिमत रही की गर्भवती महिला के परिजनों ने उचित समय पर वहां उपस्थिति यातायात पुलिस वालों से मदद मांग ली अन्यथा कुछ भी हो सकता था। यूँ भी पहाड़ में स्वास्थ्य सेवाएं ना के बराबर होती हैं और दूरदराज ग्रामीण इलाकों में बसे लोगों और महिलाओं को स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधित इलाजों के लिए काफी लंबा सफर तय करना पड़ता है। जिसमें काफी वक्त लग जाता है और उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उत्तराखंड सरकार के लिए आज भी पहाड़ों में सही समय पर उचित इलाज मुहैया कराना एक बड़ी चुनौती है जो कि हर साल चुनावी वादों में बस एक वादा ही बनकर रह जाता है।