खूबसूरती के लिहाज से उत्तराखंड राज्य किसी भी मामले में पीछे नहीं है बस अभी भी जरूरत है तो यहां के खूबसूरत स्थलों को एक नई पहचान दिलाने की । अभी तक मात्र नैनीताल,मसूरी और चोपता जैसे कुछ नाम ही जाने-माने हैं लेकिन इन स्थानों के अलावा उत्तराखंड में कई ऐसे स्थान हैं जो काफी खूबसूरत है और शूटिंग के लिहाज से देखा जाए तो वह किसी स्वर्ग से कम नहीं हैं ऐसे में बस कहीं कमी रह गई है तो उन स्थलों को पहचान दिलाने की।
लेकिन अब वर्तमान में त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने इन स्थानों व राज्य में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं तैयार की हैं और इन योजनाओं की रूपरेखा तैयार कर इन्हें अमल में लाने की प्रक्रिया भी जारी है। इसी सिलसिले में शुक्रवार को मशहूर फ़िल्म निर्देशक विशाल भारद्वाज की उपस्थिति में हुई एक बैठक में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दून विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ सिनेमैटिक स्टडीज की स्थापना के निर्देश दिए हैं ताकि उत्तराखंड में फ़िल्म निर्माण और फ़िल्मी जगत में अवसर तालाश रहे युवाओं को बेहतर शिक्षा और मौके मिल सकें साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के युवाओं में हूनर की कोई कमी नहीं है बस जरूरत है तो उसे पहचानने की ओर उसे नई पहचान दिलाने की ।
उन्होंने कहा कि स्कूल ऑफ सिनेमेटिक स्टडीज के निर्माण से युवाओं को बेहतर विकल्प मिलेंगे ओर वह फिल्मी जगत के गुण सीखकर उन्हें राज्य के विकास में अपना योगदान दे सकेंगे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द विशेषज्ञों की एक कमिटी तैयार की जाए जो कि देश-विदेश के प्रसिद्ध फ़िल्म शिक्षण संस्थानों का अध्ययन करके एक कोर्स डिज़ाइन करेगा और इसी के आधार पर डिग्री, डिप्लोमा ओर सार्टिफिकेट की अवधि ओर व्याख्या तैयार की जाएगी। साथ ही अब उत्तराखंड में फिल्मों की शूटिंग के लिए अनुमति भी ऑनलाइन ली जा सकती है इसके लिए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक वेब पोर्टल का शुभारंभ भी किया, जिससे कि लोग आसानी से यहां पर शूटिंग की अनुमति ले सकते हैं।
वहीं सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लेखक गोपाल सिंह थापा की पुस्तक ‘देहरादून सिनेमाज’ का विमोचन भी किया। इस पुस्तक में उन्होंने देहरादून के पुराने और नए सिनेमाघरों की स्थिति पर शोध का विवरण प्रस्तुत किया है साथ ही उन्होंने सिनेमा जगत से जुड़े हुए अपने कई अनुभवों को भी इस पुस्तक में साझा किया है।