TESLA की तैयारी
पिछले दिनों टेस्ला (tesla in india) के भारत मे उतारने की पुष्टी के बाद से ही भारतीय बाजार में कार प्रेमियों के बीच टेस्ला की कारों को लेकर काफी उत्सुकता नजर आ रही है। और भारतीय बाजार में अपनी छाप छोड़ने के लिए टेस्ला (Tesla) भी पूरी दमखम के साथ भारतीय बाजार में उतरने के लिए अब तैयार है। पिछले दिनों ही टेस्ला ने ऐलान किया था कि वह भारत के पाँच अलग अलग राज्यों में अपने उत्पादन करेगा साथ ही एलोन मस्क ने यह कहके ओर उत्सुकता बढ़ा दी कि भारतीय मध्यवर्ग को ध्यान में रखते हुए भारत में टेस्ला कारों की कीमत(tesla price in india) कम हो सकती है।
टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क भी भारतीय बाजार में टेस्ला की आने वाली योजनाओं के बारे में ट्वीटर के जरिए लगातार आगाह करते रहते हैं। पिछले ही साल अक्टूबर में, उन्होंने एक टी-शर्ट की तस्वीर “भारत टेस्ला चाहता है”(tesla india) की एक पोस्ट के जवाब में “अगले साल सुनिश्चित ही “का जवाब दिया था। इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेसमैन की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला पांच राज्यों के साथ स्टोर खोलने के लिए बातचीत कर रहा है जिसमें एक कार्यालय, एक आरएंडडी केंद्र, और उत्पादन के लिए एक कारखाना शामिल हैं।
हालांकि की भारत में अधिकांश लोग अभी भी मनाते हैं कि यहाँ ज्यादकर माध्यम वर्ग के लोग रहते हैं जिनके बीच टेस्ला को अपना बाजार बनाने में काफ़ी दिक़तों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन टेस्ला का मकसद भारत की पूरी आबादी को कार बेचना नहीं है बल्कि अगर वह मात्र 5% लोगों को भी अपना लक्ष्य बनाती है और उसे इसमें कामयाबी मिलती है तो यह उसके लिए एक बड़ी सफलता होगी। रिपोर्ट में यह भी दवा किया गया है कि लगभग1.3 बिलियन लोग टेस्ला की महँगी कारों को नही ख़रीद पायेंगे।मगर कंपनी के पास 85 मिलियन का बाजार अभी भी शेष रहता है जो कि इस प्रीमियम गाड़ी(premium tesla car) को खरीद सकते हैं।
टेस्ला ने भी दवा किया है कि भारत में उच्च वर्ग के अधिकांश लोग कई सालों से कंपनी का इंतजार कर रहे हैं। जो कि टेस्ला के लिए एक बहुत बड़े बाजार के साथ साथ एक एडवांटेज भी हो सकता है।
टेस्ला के तमाम दावों ओर भारतीय कार प्रेमियों के अपेक्षित यदि टेस्ला करें भारतीय बाजार में उतारता है तो”फिलहाल, भारत में उच्च टैरिफ के कारण, टेस्ला की कारें महंगी ही होंगी। फिर भी, अगर कंपनी का अपना उत्पादन है, तो वह कारों की लागत को स्वीकार्य स्तर तक कम कर देगा, जिससे वे अधिक सस्ती हो जाएंगे।” फिर भी कुछ बिंदु पर, टेस्ला कार मध्यम वर्ग के लिए सस्ती हो सकती है।
येदियुरप्पा ने किया स्वागत
पिछले ही दिनों कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदुयुरप्पा ने एक ट्वीट में पुष्टि की थी कि टेस्ला बैंगलोर में एक आरएंडडी इकाई स्थापित कर रहा है। इसी मौके को देखते हुए अब खबर है कि येदियुरप्पा वाली सरकार ने टेस्ला को एक विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए भूमि की पेशकश भी की है।
उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा था कि, “कर्नाटक भारत की यात्रा को ग्रीन मोबिलिटी की ओर ले जाएगा। इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कंपनी टेस्ला जल्द ही बेंगलुरु में आर एंड डी यूनिट के साथ भारत में अपना परिचालन शुरू करेगी। मैं एलोन मस्क का भारत और कर्नाटक में स्वागत करता हूं और उन्हें शुभकामनाएं देता हूं,”।
टेस्ला ने पिछले ही महीने “टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड” नाम से अपनी भारतीय सहायक कंपनी पंजीकृत की। इसके जून तक परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। सूत्रों की मानें तो भारतीय बाजार में आने वाला टेस्ला का पहला मॉडल सेडान 3(Tesla modal 3) होगा।
क्या सच मे भारत मे फैल हो सकता है टेस्ला का मार्केट
संयुक्त राष्ट्र के नवीनतम आंकड़ों और वर्ल्डोमीटर विस्तार के आधार पर, जनवरी, 2021 तक भारत की वर्तमान जनसंख्या 1,387,197,365 है। हालांकि, देश की सभी आबादी गरीब नहीं है। यह स्पष्ट है कि भारत के भीतर महत्वपूर्ण आय असमानता है क्योंकि यह दुनिया के कुछ सबसे अमीर और गरीबों का घर है।
भारत का जीवन स्तर भी महान भौगोलिक विषमताओं को दर्शाता है। एक ओर, ग्रामीण भारत में गरीबी व्यापक रूप से फैली हुई है, जबकि अधिकांश महानगरीय क्षेत्रों में विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं, लक्जरी होटल और मनोरंजन सुविधाएं हैं, जो दुनिया के बाकी विकसित देशों में पाई जाती हैं। लेकिन भारत में अब एक ग्रामीण मध्यम वर्ग उभर रहा है, और कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में समृद्धि तेजी से बढ़ रही है।
बहुत से लोग मानते हैं कि अगर देश की अधिकांश आबादी गरीब है, तो टेस्ला के लिए कोई बाजार नहीं है। हालांकि, उन्हें यह समझने की जरूरत है कि कंपनी का उद्देश्य भारत की पूरी आबादी को कार बेचना नहीं है। वास्तव में, 1.387 बिलियन लोगों में से, निर्माता एक छोटे (संपूर्ण जनसंख्या के सापेक्ष) को लक्षित कर रहा है, जिसमें उच्च स्तरीय जनसंख्या का एक बड़ा धनवान वर्ग शामिल है।
इस प्रकार, टेस्ला के विकास के लिए भारत का बहुत बड़ा बाजार है, और देश के कई सबसे अमीर लोग कई वर्षों से कंपनी के यहां आने का इंतजार कर रहे हैं। भारतीय बाजार के आकार को देखते हुए, कैलिफोर्निया निर्माता की कारों की बिक्री यहां शुरू होने के अलावा, एक आर एंड डी केंद्र में भी बहुत मायने रखती है, और शायद एक विनिर्माण या विधानसभा संयंत्र में भी।
फिलहाल, भारत में उच्च टैरिफ के कारण, टेस्ला कार महंगी होंगी। फिर भी, यदि कंपनी का अपना उत्पादन है, तो यह कारों की लागत को स्वीकार्य स्तर तक कम कर देगा, जो उन्हें अधिक सस्ती बना देगा। इस प्रकार, कुछ बिंदु पर, टेस्ला कार मध्यम वर्ग के लिए भी सस्ती हो सकती है। और भारत मे अपना अच्छा बाजार बना सकती है।
तो अब देखना ये होगा कि टेस्ला कितनी जल्दी अपनी पहली कार भारतीय सड़कों पर दौड़ाती है।